शुभ मुहूर्त 6 सितंबर की रात 11:57 बजे से शुरू होकर 7 सितंबर की रात 12:42 बजे तक रहेगा।
जन्माष्टमी के दिन, व्रत रात में बारह बजे के बाद ही खोला जाता है और फिर भगवान कृष्ण का जन्म कराया जाता है।
रात को शंख बजाकर भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाएं और परमात्मा की श्रद्धा और भक्ति में भरपूर रूप से भागीदार हों।