मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर बनी इस सुरंग का कहना है कि इसमें हादसों में मारे गए लोगों के भूतों का साया है।
तमिलनाडु में यह वेधशाला द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के कारण रहस्यमयी है।